सफ़र इस जिंदगी के में
किसी को साथ लाकर देख
वक्त के चार पहियों में
जरा तू ब्रेक लगाकर देख।
किसी को साथ लाकर देख
वक्त के चार पहियों में
जरा तू ब्रेक लगाकर देख।
अकेला जाता जा रहा है
सफलता गता गा रहा है
सुगन्धित पवन अपनपन की
चल रही यहाँ उतारकर देख।।
सफलता गता गा रहा है
सुगन्धित पवन अपनपन की
चल रही यहाँ उतारकर देख।।
दे रहा है दिल को तू जख्म
भुलाकर प्यार पूर्ण सब रस्म
प्यार का हक़ पाने रुक जा
प्रेम धुन मन: सुनाकर देख।
भुलाकर प्यार पूर्ण सब रस्म
प्यार का हक़ पाने रुक जा
प्रेम धुन मन: सुनाकर देख।
कामना कर ले तू जीवंत
छुपाना उनको कर दे बंद
मिलेगा जो चाहा है 'सम'
ठहर इज़हार तो करके देख।।
छुपाना उनको कर दे बंद
मिलेगा जो चाहा है 'सम'
ठहर इज़हार तो करके देख।।
-समकित जैन
Very good
ReplyDeleteRefreshing....
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